यह में हर व्यक्ति का रहता मैं हूँ?

लोगों की जरूरतें हमेशा पड़ी रहती हैं।

हमेशा लगता| कि किसी का अपना कोई भी काम है।

यहाँ तक कि हमें आवश्यक समझें, तो भी दूसरे का सहारा हमेशा ज़रूरी अनिवार्य.

अपनी आत्मा का सम्मान करें, दूसरों की नहीं.

यह एक सच्ची बात है यह हमारे अंदर मौजूद है, उसे हमेशा समझें और महत्व दें।

परिणामस्वरूप , आप अपने ही मूल्यों को स्थिर रख सकते हैं । दूसरों का सम्मान करना जरूर महत्वपूर्ण है, लेकिन अपना खुद का सम्मान सबसे पहले।

यह जीवन जीने का अधिकार

प्रत्येक व्यक्ति को उसकी ज़िंदगी जीने का प्राधिकार है। यह एक मूलभूत website अधिकार है जो हर किसी के पास होता है, चाहे वो हर कोई हो। उन्हें अपनी ज़िंदगी जीने का स्वतंत्रता होना चाहिए और खुद के से ही चलना चाहिए। यह अधिकार है कि वो अपनी चुनाव से जीवन बिताए।

आवश्यकता के समय सहायता , न कि अहंकार.

यह जीवन का एक सत्य है। जब हमसे असफलता आती है , तो हमें दूसरों की मदद लेनी चाहिए, न कि उन पर गर्व करना । वास्तविक सहयोग तब होता है जब हम एक दूसरे का साथ देते हैं, चाहे वह आसानी का मौका हो ।

आत्मनिर्भरता: ज़िन्दगी का सच

यह वास्तविकता है कि आत्मनिर्भर होना ही जीवन की प्रगति है। जब हम खुद पर निर्भर होते हैं, तो हमें समाज में आसानी से {प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। यह हमें {मजबूत बनाता है | संघर्ष करता है | निराश नहीं करता है)।

  • स्वावलंबन का अर्थ है कि हम खुद की देखभाल कर सकें।
  • हमारे जिम्मेदारियों को पूरा करने में हमारी शक्ति बढ़ती है।
  • आत्मविश्वासी व्यक्ति दूसरों पर निर्भर नहीं रहता।

इसलिए, हमेशा कोशिश करें कि खुद को सक्षम बनाएं।

पथिक बनें, परवाह न करें।

ये संसार में कुछ भी {गंभीरबिल्कुल गंभीर नहीं।|महत्वपूर्ण नहीं। आप बस इधर-उधर भटकते रहो और मन लगाओ, बाकी सब बेकार है।

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